दोस्ती एक ऐसा अनमोल रिश्ता है जो बिना किसी शर्त के प्यार और विश्वास पर टिका होता है। लेकिन कई बार इस रिश्ते में भी दर्द, नाराज़गी और दूरी आ जाती है, जो दिल को गहरी चोट पहुंचाती है। ऐसे ही पलों में दर्द को बयां करने के लिए शायरी एक सशक्त माध्यम बन जाता है।
इस ब्लॉग में हम आपके लिए लेकर आए हैं 110+ Dosti Sad Shayari In Hindi : दोस्ती सैड शायरी हिंदी में, जो आपके जज्बातों को शब्दों में पिरोएगी। ये शायरियां उन सभी लोगों के लिए हैं जो दोस्ती में टूटे हुए दिल का दर्द महसूस कर रहे हैं और अपने जज्बातों को अपने दोस्त तक पहुंचाना चाहते हैं।
चाहे आप अपने जज़्बातों को किसी के साथ साझा करना चाहें या अपने दिल की बात खुद से कहना चाहें, ये शायरियां आपके एहसासों को बखूबी बयां करेंगी।
Dosti Sad Shayari In Hindi | दोस्ती सैड शायरी हिंदी में
दोस्ती एक खास रिश्ता होता है, लेकिन जब उसमें दुख और धोखा शामिल हो, तो दिल को गहरी चोट पहुंचती है। Dosti Sad Shayari In Hindi उन सभी भावनाओं को बयां करती है, जो दोस्ती में दुःख और दूरी के समय महसूस होती हैं।
यह शायरी उन दोस्तों के लिए है, जिन्होंने हमें कभी साथ दिया और बाद में दिल तोड़ा। इन शायरियों में आपको वह दर्द मिलेगा जो धोखा खाई हुई दोस्ती के बाद महसूस होता है।
दोस्ती की राहों में अक्सर ये हुआ,
साथ चलते-चलते कोई छूट गया।
आज भी याद आता है वो पुराना यार,
पर वक्त के साथ सब कुछ रूठ गया।
ख़ामोशियों में अक्सर दर्द छुपा रहता है,
दोस्ती का रिश्ता कुछ यूं ही जुड़ा रहता है।
भले आज हम साथ नहीं हैं मगर,
तेरी यादों का सिलसिला सदा बना रहता है।
ज़िंदगी में कई रिश्ते बनते और बिगड़ते हैं,
दोस्ती के वो पल फिर क्यों बिखरते हैं?
आज भी तेरी यादों में खो जाता हूँ,
पर समझ नहीं आता कि हम क्यों बिछड़ते हैं।
दोस्ती का वादा हमने किया था,
हर खुशी में साथ देने का इरादा किया था।
मगर वक़्त के साथ दूर हो गए हम,
वो दोस्ती का वादा अब अधूरा सा लगता है।
एक सच्चा दोस्त ही था, जो हर दर्द को समझता था,
बिना कुछ कहे ही दिल की बातें पढ़ता था।
आज भी उसकी कमी खलती है,
जो बिना किसी स्वार्थ के हमेशा अपना लगता था।
दोस्ती के किस्से अब कहां मिलते हैं,
बिछड़ने के बहाने हर राह पर मिलते हैं।
दिल को अब भी उसकी कमी सताती है,
जो बिना कहे हर हाल में साथ रहता था।
हर मोड़ पर यादें उसकी दस्तक देती हैं,
हर राह पर उसकी हंसी गूंजती है।
पर अफसोस उस दोस्ती को खो दिया,
जो दिल के करीब बहुत ज्यादा थी।
हमने दोस्ती निभाई सच्चे दिल से,
पर मिला धोखा उस अपने ही साथी से।
अब दिल को समझा नहीं पाते हैं,
काश वो दोस्त फिर लौट आए किसी बहाने से।
टूट गई वो दोस्ती की दीवार,
बिखर गए वो सपने जो देखे थे हजार।
अब तो यादों में ही रह गया है वो साथी,
जो कभी था मेरे हर दर्द का मददगार।
दिल के करीब था एक दोस्त मेरा,
जो हर दर्द में देता था साथ मेरा।
पर अब वो कहीं खो गया है,
उस याद की टीस हर पल सताती है।
वक़्त के साथ खो गई वो प्यारी दोस्ती,
हर खुशी और ग़म में थी जो हमारी दोस्ती।
अब भी याद करता हूँ उन हसीन लम्हों को,
पर सिर्फ खामोशी है, बाकी सब फिजूल की।
दोस्ती की राहें यूं ही छूट गईं,
वो अपने थे जो खामोशी से रूठ गईं।
अब यादों के साए में जी रहा हूँ,
जो बातें अधूरी रह गईं, उन्हें संजो रहा हूँ।
कुछ दोस्त जिंदगी में साए की तरह होते हैं,
खामोश रहकर भी हर दर्द समझ लेते हैं।
लेकिन जब वो साया बिछड़ जाए,
तो दिल की तन्हाई हमें रुला देती है।
दोस्ती में झूठ का सहारा नहीं लिया,
दिल से दोस्ती निभाई पर कुछ नहीं पाया।
अब भी तन्हा हूं, उसकी यादों में डूबा हूँ,
जिसने मुझे बिना वजह ही भुला दिया।
वो दोस्ती का रिश्ता अब अधूरा सा लगता है,
जब दिल उदास हो, तो यादें रुला जाती हैं।
शायद हमारी किस्मत में बस इतनी ही दोस्ती थी,
जो हर खुशी में साथ हो, अब ख्वाब सा लगता है।
दोस्ती की राहों में दर्द का भी अंश होता है,
हर खुशी के पीछे एक खामोश ग़म होता है।
अब उस दोस्ती को याद करता हूँ,
जो कभी मुझे मेरे दर्द से उबारा करता था।
जिंदगी में दोस्तों की कमी खलती है,
उनकी हंसी, उनकी बातों की गूंज आज भी याद आती है।
पर अब वो साथ नहीं, सिर्फ यादें बची हैं,
जो हर दर्द को बयाँ कर जाती हैं।
दोस्ती की कश्ती थी, जो मझधार में डूब गई,
ख्वाबों की तरह वो भी कहीं खो गई।
अब तन्हा सफर में उस साथी की तलाश है,
जो हर दुख में मेरा सहारा था।
साथ चलते-चलते एक मोड़ पर छोड़ गए,
वो दोस्त जो कभी अपना कहकर रो पड़े।
अब उनकी यादों में तन्हा बैठा हूँ,
बस उनसे एक आखिरी बार मिलने की ख्वाहिश बाकी है।
कुछ रिश्ते अनकहे ही रह जाते हैं,
दर्द छुपा कर, वो बस याद बन जाते हैं।
दोस्ती का वो रिश्ता भी अब याद बन गया,
जो कभी हर खुशी और ग़म का हिस्सा था।
Dosti Sad Shayari For Girl
जब दोस्ती में एक लड़की से जुड़ा दर्द होता है, तो उसे शब्दों में व्यक्त करना आसान नहीं होता। Dosti Sad Shayari For Girl आपके दिल की बात को बड़े सटीक तरीके से कहने का एक तरीका है।
ये शायरी उन लड़कियों के लिए हैं, जिनसे दोस्ती का रिश्ता टूट चुका है या जो धोखे का शिकार हुई हैं। इस शायरी के माध्यम से आप अपने दिल का दर्द और टूटे हुए रिश्ते को महसूस कर सकते हैं।
जिंदगी में हर किसी का साथ निभाया,
दोस्तों के लिए दिल से रिश्ता बनाया।
पर उसने ऐसा दर्द दिया दोस्ती में,
कि अब किसी पर भी यकीन नहीं आता।
उसकी हंसी में हमने अपनी खुशी देखी थी,
उसकी हर बात में अपनी जिंदगी देखी थी।
वो चली गई ऐसे मोड़ पर छोड़कर,
जहां हमने हर राह अपनी अधूरी देखी थी।
सोचा था दोस्ती में दर्द नहीं होगा,
उसकी हंसी में कभी शिकवा नहीं होगा।
पर उसने जिस तरह रिश्ता तोड़ा,
अब दिल में सिर्फ खालीपन का कोना है।
उसकी मुस्कान में कभी दुनिया बसती थी,
पर आज उसकी यादें ही दिल में बसी हैं।
दोस्ती का रिश्ता भी इतना कमजोर निकला,
कि उसकी यादों में हम टूट कर बिखरे हैं।
वो थी हमारी जिंदगी की सबसे प्यारी दोस्त,
हर दर्द में थी वो हमारे साथ खोई हुई जोत।
पर आज वो दूर है किसी और के साथ,
और हम हैं उसकी यादों में खोए हर रात।
दोस्ती की राह में धोखा खाने लगे हैं,
अब हर किसी पर शक होने लगे हैं।
जिस पर था सबसे ज्यादा ऐतबार,
उसने ही दिल को तोड़ दिया एक बार।
उसकी हंसी में अपनी खुशी पाई थी,
पर उसकी बेवफाई ने रुला दी।
अब दोस्ती पर ऐतबार नहीं होता,
क्योंकि उसने दिल को तोड़ा यारों।
उसकी बातों में सच्चाई नजर आई थी,
पर वो सिर्फ एक धोखा थी हर बार।
दोस्ती के नाम पर उसने सिर्फ खेला,
अब उसके लिए दिल में दर्द है बेइंतहा।
वो थी हमारी सबसे खास,
उसके बिना अब हर खुशी है उदास।
दोस्ती का नाम ले उसने तोड़ा दिल,
अब किसी पर नहीं होता यकीन बिल्कुल।
सोचा था दोस्ती में सच्चाई होगी,
पर उसकी बातों में सिर्फ बेवफाई होगी।
जिसे समझा था अपना सबसे अच्छा दोस्त,
वो निकली मेरी जिंदगी की सबसे बड़ी भूल।
हर गम में साथ देने का वादा किया था,
दोस्ती का हर रिश्ता निभाने का दावा किया था।
पर उसने ही तोड़ी हर उम्मीद,
अब दोस्ती के नाम से भी डर लगता है।
वो दोस्ती के नाम पर सिर्फ खेल खेलती रही,
हम उसकी हर बात पर यकीन करते रहे।
अब समझ आया कि दोस्ती में भी धोखा होता है,
दिल को यूं ही किसी पर भरोसा नहीं करना चाहिए।
वो दोस्त थी मेरी जान से भी प्यारी,
पर उसकी हंसी में छिपी थी खारी।
अब जब दिल को उसकी यादें सताती हैं,
तो दर्द में भी मुस्कुराना पड़ता है।
सोचा था दोस्ती का रिश्ता सबसे खास होगा,
पर उसने तोड़ा दिल, ये उसका मजाक होगा।
अब किसी पर भरोसा नहीं होता दिल को,
क्योंकि दोस्ती में भी दर्द का एहसास होता है।
वो थी मेरी जिंदगी का अनमोल हिस्सा,
पर अब उसकी यादों में है बस गहरा किस्सा।
दोस्ती में भी दर्द मिला ऐसा,
कि अब इस रिश्ते पर ऐतबार नहीं करता।
Dosti Sad Shayari 2 Line
कभी-कभी हमारी दोस्ती में इतने दर्द और दुःख होते हैं कि हम उन्हें बस दो लाइनों में ही बयां कर पाते हैं। Dosti Sad Shayari 2 Line छोटी सी शायरी में बड़ा दर्द छिपा होता है, जो दिल को छू लेता है।
यह शायरी उन लोगों के लिए है, जो शब्दों में अपनी दोस्ती के टूटने या धोखा खाने के बाद के दर्द को समेटना चाहते हैं। दो लाइनों में भावनाओं की गहराई को महसूस करना मुश्किल नहीं।
टूटे हुए दिल से भी निभाई थी दोस्ती,
पर उसने हर बार बेवफाई ही दिखाई थी।
हर मोड़ पर चाहा उन्हें अपनाना,
पर उन्होंने सिर्फ दर्द ही दिया याद दिलाने का।
दोस्ती का एहसास अब अधूरा सा लगता है,
वो दूर क्या हुए, ये दिल ही टूटा सा लगता है।
दिल से निभाई थी मैंने दोस्ती की हर रीत,
पर उनकी बेरुखी ने दिल को दर्द में डुबो दिया।
वो दोस्त बनकर भी समझ न सका,
मेरे हर दर्द का एहसास कब ठंडा सा हुआ।
चाहा था दोस्ती का रिश्ता ताउम्र निभाना,
पर उन्होंने हर ख्वाब को चूर-चूर कर जाना।
हर हँसी में छिपा लिया था दर्द का भंवर,
पर वो दोस्त नहीं समझ सके मेरे दिल का सफर।
दोस्ती का वास्ता देकर छोड़ा उसने,
मेरे दिल का हर टुकड़ा जोड़कर तोड़ा उसने।
मेरी हर मुश्किल में साथ देने का वादा किया था,
पर वक़्त आया तो दोस्ती का रुख बदल दिया था।
वो दोस्ती का नाम लेकर बहुत करीब आए,
लेकिन जरूरत पड़ी तो हर बार दूर चले गए।
सोचते थे दोस्त ही तो साथ देंगे हर पल,
पर वही दिल तोड़ गए, ये था किसी और का छल।
दोस्ती के लिए हमने हर दर्द सह लिया,
पर उन्होंने हमारी चाहत को भी सजा बना दिया।
एक पल की दूरी भी मंजूर नहीं थी कभी,
अब हर रास्ता अकेला सा लगता है सभी।
दोस्ती का रिश्ता तोड़ा उन्होंने एक पल में,
और हम आज भी उसी दर्द में तड़प रहे हैं।
दोस्ती के नाम पर छिपे थे कई गम,
जो दोस्त समझे थे, वही छोड़ गए हम।
Sad Dosti Shayari Urdu | सैड दोस्ती शायरी उर्दू
Sad Dosti Shayari Urdu में वह दर्द और ग़म छिपे होते हैं, जो हम अपनी दोस्ती में कभी महसूस करते हैं। उर्दू में लिखी शायरी में अद्भुत ताजगी और गहराई होती है, जो दोस्ती के रिश्ते में टूटन और धोखा खाए हुए दिलों को सुकून देती है।
यह शायरी उन लोगों के लिए है जिनकी दोस्ती में विश्वासघात हुआ हो और वे अपनी भावनाओं को उर्दू में व्यक्त करना चाहते हों।
वफ़ा का नाम लेकर जो दोस्ती में दूर हो गए,
हम भी उनकी मोहब्बत में मजबूर हो गए,
तन्हाई में बैठ कर बस यही सोचते हैं हम,
क्या वो भी हमारी तरह ही मजबूर हो गए?
साथ रहने का हर वादा उसने निभाया नहीं,
हमने सब कुछ दिया, पर उसने कुछ दिया नहीं,
दिल टूटा है आज उसकी बेवफाई से,
वो कहते हैं हमने कभी उसे चाहा ही नहीं।
वो दिन भी क्या दिन थे, जब दोस्ती सच्ची थी,
आज तो दोस्ती भी मतलब से भरी हुई है,
वो सच्चे दोस्त कहाँ खो गए हैं,
जो हर ग़म को अपने दिल से सहते थे।
तेरी दोस्ती का हर लम्हा याद आता है,
तेरे साथ बिताए वो दिन खास था,
आज भी तेरी यादों में ही जीता हूँ मैं,
अब तू ही बता, क्या यही मेरा प्यार था?
दोस्ती का रिश्ता अनमोल होता है,
हर दर्द में जो साथ खड़ा होता है,
मगर जब वो ही दूर चला जाए,
तो दिल को हर लम्हा बस खलता है।
दिल के हर जख्म को सुकून देते थे वो,
दुख में भी हमेशा मुस्कुरा देते थे वो,
आज उन्हीं की कमी को महसूस करता हूँ मैं,
जिनके बिना जीने की वजह तक खोता हूँ मैं।
वो दोस्त थे हमारे दिल के करीब,
पर समय ने उन्हें बना दिया अजीब,
अब तो उनके लिए कोई जज़्बात नहीं बचा,
उनके झूठे प्यार से हमारा दिल सख्त हो चुका।
उनकी दोस्ती का हर लम्हा याद आता है,
वो हर दर्द को अपने संग ले जाता है,
आज वो दूर हो गए, मगर दिल में बस गए,
उनके बिना जीना अब हमें बस एक सज़ा लगता है।
हर लम्हा सोचता हूँ, कहां हुई गलती मुझसे,
क्यों वो दूरी बना गए दोस्ती से,
उनकी यादों में हर दिन गुजारता हूँ मैं,
काश वो लौट आते मेरे पास फिर से।
दोस्ती की कसम खाकर चले गए वो,
हमारी उम्मीदों को रौंदकर चले गए वो,
आज भी हर जगह उनकी खुशबू है बस,
मगर वो खुद कहीं दूर चले गए हैं।
खुदा से एक बार बस यही सवाल है,
क्या हर दोस्ती में बिछड़ना ही हाल है?
दिल तोड़ने का सिलसिला कब रुकेगा,
क्या हर दोस्त ऐसा ही धोखेबाज बनता रहेगा?
उनकी यादों का हर पल संग रहता है,
दिल अब भी उन्हीं के नाम रहता है,
मगर वो हमें भूल चुके हैं अब,
और हम सिर्फ उन्हीं के ख्वाबों में खोए रहते हैं।
दोस्ती में हमने सब कुछ खो दिया,
अपने अरमानों को तक भुला दिया,
मगर बदले में हमें कुछ नहीं मिला,
सिवाय उस दर्द के, जो दिल को चीर गया।
वो मुझसे दूर गए तो क्या हुआ,
दिल तो उनका अपना ही था,
अब चाहे जितना भी दर्द दें वो हमें,
हम तो आज भी उन्हीं के हैं।
दोस्ती का मतलब हम समझ न सके,
हर लम्हा उसे अपना बना बैठे,
वो हमें छोड़कर चला गया आज,
हम खुद से ही नज़रे चुरा बैठे।
Dosti Pe Sad Shayari
दोस्ती पर दर्द और ग़म के बारे में जब बात होती है, तो Dosti Pe Sad Shayari उसे बेहद गहरे तरीके से बयां करती है। यह शायरी उन लोगों के लिए है, जिन्होंने अपनी दोस्ती में विश्वास खो दिया हो या जिन्हें किसी दोस्त ने धोखा दिया हो।
यह शायरी आपको अपने दर्द को शब्दों में व्यक्त करने में मदद करती है और दिल की गहराई तक पहुंचती है।
साथ रहने का वादा जो निभा ना सके,
वो दोस्ती का रिश्ता निभा क्या सके।
दिल टूट जाता है यह सोचकर,
जिनसे दोस्ती की, वो साथ ना दे सके।
दोस्त के नाम पर यूँ दिल को जलाया हमने,
कई बार उसके ग़म में खुद को रुलाया हमने।
पर नसीब का क्या कहें,
वो फिर भी हमारे साथ ना आया हमने।
तेरे दोस्त होने का गुरूर आज भी है,
पर तेरी बेवफाई का शोर हर ओर है।
दिल कहता है अब छोड़ दूँ,
पर दोस्ती का ये रिश्ता बड़ा कमजोर है।
वो दोस्त थे पर अब अनजान से लगते हैं,
हमारे हर सवाल पर बस खामोश से रहते हैं।
जिन्होंने कभी कसमे खाई साथ निभाने की,
वो अब हमें बेगाने से लगते हैं।
साथ चलने का वादा करके क्यों छोड़ा,
दोस्त बनकर दिल में यह दर्द क्यों बोया।
यादें तेरी हर रात तड़पाती हैं मुझे,
क्या दोस्ती में यह दर्द भी होता है?
दिल ने जिसे अपना दोस्त समझा,
उसी ने बेवफाई की सजा दी।
वफा की उम्मीद में हम टूटते रहे,
और उसने हर बार हमें नज़रअंदाज़ किया।
हम सोचते थे तुम हमारे अपने हो,
तुम्हारे बिना हम अधूरे से हैं।
पर दोस्ती का दर्द ऐसा दिया तुमने,
की अब तुम्हारी यादों से भी डरते हैं।
सच्चे दोस्तों की कमी महसूस होती है,
जब झूठे दोस्त हमारे साथ चलते हैं।
कभी-कभी अपने ही दर्द देते हैं,
जो हमारे सबसे करीब होते हैं।
दोस्तों का प्यार नहीं मिलता बार-बार,
दिल के रिश्तों में होती है एक खास बात।
पर जब यही दोस्त दिल दुखा जाएं,
तो लगता है यह रिश्ते झूठे थे यार।
तू दोस्त था मेरा, फिर बेगाना क्यों हुआ,
हमारे रिश्ते में यह अंजाना मोड़ क्यों आया।
तेरी हँसी में अब वो गर्मी नहीं,
जो पहले मेरी दोस्ती से तेरा दिल हंसाया।
एक वक्त था जब तू मेरा हमसफ़र था,
हर ग़म में मेरे साथ मेरा रहबर था।
आज वो रिश्ते ठंडे से क्यों लगते हैं,
जो पहले आग की तरह जलते थे।
दोस्ती के रिश्ते में दरार क्यों आ गई,
तेरी हंसी की मिठास कहां गुम हो गई।
यादें अब भी तेरी संग हैं मेरे,
पर दोस्ती में वो खुशी नहीं जो पहले थी।
दिल को तस्सली थी कि दोस्त अपने हैं,
हर दर्द में वो हमारे पास होंगे।
पर सच्चाई ने आज यह समझाया,
जो अपने नहीं होते, वो दोस्त भी नहीं होते।
किस्मत ने फिर खेल खेला है ऐसा,
दोस्त भी अब अजनबी सा लगता है।
दिल कहता है उसे अपना बना लूं,
पर दोस्ती का रिश्ता अब अधूरा सा लगता है।
हर दोस्ती की कहानी हंसाई नहीं होती,
कभी-कभी इसमें दर्द की गहराई होती है।
जो दोस्त कभी सब कुछ थे हमारे,
वो आज बस यादों में रह गए हैं प्यारे।
Sad Shayari Dosti Ke Liye
Sad Shayari Dosti Ke Liye एक ऐसी शायरी है, जो उस दोस्त के लिए लिखी जाती है, जिससे दिल का गहरा रिश्ता था, लेकिन अब वह दोस्ती टूट चुकी है।
यह शायरी उन दोस्तों के लिए है, जिन्होंने अपने साथी को धोखा दिया या अपनी दोस्ती के वादों को निभाया नहीं। इस शायरी के माध्यम से आप अपने टूटे हुए रिश्ते को शब्दों में ढाल सकते हैं।
तूने किया क्यों यूँ हमसे किनारा,
तेरी यादों का अब क्या सहारा।
दोस्ती के रिश्ते में आया ये मोड़,
क्यों दिल में बस गया ये छोटा सा ख्वाब अधूरा।
कभी हँसी थी तो कभी आँसू थे,
तेरी दोस्ती में तो मेरे सपने भी शामिल थे।
अब जब तुम साथ नहीं हो मेरे,
दिल में बसते हैं गहरे ये घाव भी।
दोस्ती का रिश्ता बड़ा अनमोल था,
हर दर्द का एक प्यारा हल था।
पर वक्त के साथ बदल गया तू,
अब बस यादों का ही केवल एक हल था।
कभी हंसते थे मिलकर,
अब रोते हैं तन्हा होकर।
यादें तो ताज़ा हैं तेरी,
पर तू कहीं खो गया इन यादों के भीतर।
तेरी दोस्ती में जो रंग था,
अब वो बेरंग सा हो गया।
तेरी हंसी की खनक से दूर होकर,
ये दिल वीरान सा हो गया।
तेरी दोस्ती का कर्ज़ चुकाने चले थे,
पर रास्ते में ही साथ छोड़ गए।
अब इस दिल को समझाऊं कैसे,
कि तू हमेशा के लिए दूर हो गए।
दोस्ती में हर बात बताई थी तुझसे,
दिल की हर खुशी, हर ग़म बाँटा था तुझसे।
पर तूने यूँ मुझे अकेला छोड़ दिया,
जैसे कभी साथ था ही नहीं तुझसे।
तेरी यादों का बोझ भारी हो गया,
तेरी कमी का एहसास गहरा हो गया।
जो दोस्त कभी जान से प्यारा था,
आज वही दिल से दूर होकर अजनबी सा हो गया।
तेरी दोस्ती की ख़ुशबू अभी भी महसूस होती है,
तेरी हँसी की गूंज दिल में बसती है।
पर हकीकत में अब तू पास नहीं है,
ये सोच कर आँखें नम हो जाती हैं।
तूने मेरे लिए जो वादे किए थे,
वो सारे सपनों में बिखर गए।
अब दिल को समझाऊं कैसे,
कि तू मुझसे सदा के लिए बिछड़ गए।
तेरी दोस्ती में जीने का मज़ा था,
तेरे बिना दिल उदास सा रहता है।
अब राहों में अकेले चलते हैं,
तेरी यादों का ही सहारा है।
कभी तू साथ होता था,
हर दर्द को तू ही समझता था।
अब जब तू दूर हो गया है,
दिल उदासियों से घिर गया है।
तेरे बिना हर खुशी अधूरी लगती है,
तेरी यादों की खुशबू अभी भी बाकी है।
अब बस रह गई हैं कुछ बातें,
जो तेरी याद दिला कर सताती हैं।
तेरी हंसी की गूंज अभी भी कानों में है,
तेरी दोस्ती का एहसास दिल में है।
अब तन्हा से हो गए हैं हम,
तेरी कमी हर पल साथ रहती है।
दोस्ती की राहों में साथ चले थे,
हर दर्द को मुस्कान में ढले थे।
पर अब तन्हाई में जी रहे हैं,
तेरी यादों में खोए हुए से।
विश्वासघात धोखेबाज दोस्त शायरी
धोखा देने वाले दोस्त से बड़ा दुश्मन कोई नहीं होता,
जो अपना बनकर दिल में छुपा, जख्म देकर जाता है।
विश्वास के साथ खेलना, ये वो ग़लत आदतें हैं,
जो सबसे प्यारे रिश्तों को भी तोड़कर चला जाता है।
तेरा धोखा दिल में गहरा घाव छोड़ गया,
जो कभी दोस्त था, अब दुश्मन बनकर खड़ा हो गया।
विश्वास तो था तुझ पर, लेकिन तूने इसे तोड़ा,
अब तेरे झूठे वादों को, मैं अपनी यादों में छोड़ गया।
दोस्ती का नाम लेकर तूने खेला था मन से,
मुझे नहीं पता था कि तू रहेगा मेरे खिलाफ़ तन से।
तेरे झूठ और धोखे का आज पता चला है,
विश्वासघात ने दिल को जो दर्द दिया है, वह कम नहीं हुआ है।
धोखा देकर दोस्त ने मुझसे जो किया,
दिल में चुपके से घाव उसने खोला किया।
कभी जो था सच्चा, अब झूठा निकला,
विश्वास पर दाग लगा, रिश्ता टूट गया।
तेरी बातें सच्ची लगती थीं पहले,
लेकिन अब तेरा धोखा, दिल में गहरा घाव है।
विश्वास पर लगा काला धब्बा अब नहीं मिट सकता,
क्योंकि तू एक धोखेबाज दोस्त बन गया है।
वो दोस्त जो कभी साथ रहता था,
आज उसी ने मुझे धोखा दिया है।
विश्वासघात की सजा मैं तो भुगत रहा हूँ,
लेकिन क्या तू सच्चाई से भाग सकेगा कभी?
दोस्ती में विश्वास था, मगर तूने उसे तोड़ा,
झूठ बोलकर दिल में अपने जख्मों को खोला।
अब इस रिश्ते की कोई उम्मीद नहीं रही,
विश्वासघात के बाद कुछ भी नहीं बचा।
धोखेबाज दोस्त कभी भी समझ नहीं पाते,
वो अपने झूठे चेहरे को कभी नहीं छोड़ पाते।
विश्वासघात के बाद सब कुछ बदल जाता है,
यादें और रिश्ते दोनों ही खो जाते हैं।
हर दर्द की शुरुआत तुझसे हुई है,
धोखा खाने की ग़लती मुझसे हुई है।
तू सच्चा दोस्त नहीं था, ये अब समझ में आया,
तेरा विश्वासघात मुझे हमेशा याद रहेगा।
विश्वासघात तुझसे सबसे बड़ा ज़ख्म था,
तेरे धोखे ने दिल को चुराया था।
अब दोस्ती की वो मीठी यादें बस एक अफ़साना हैं,
जो तुझसे धोखा खाने के बाद बेमानी हो गईं।
तेरे धोखे ने मेरा विश्वास तोड़ा,
जिससे कभी था प्यार, उसी ने मुझे छोड़ दिया।
दोस्ती का नाम अब ग़म और जख्म है,
तेरे झूठ ने दिल में गहरी दरार छोड़ी है।
धोखेबाज दोस्त ने क्या किया,
सच्ची दोस्ती का क़त्ल किया।
विश्वास में दरारें पड़ गईं हैं अब,
तेरी नज़रों में मेरी कोई अहमियत नहीं रही।
तेरी धोखेबाजी ने दिल को तोड़ा है,
जिसे मैंने अपना दोस्त माना, वही दिल को जलाया है।
विश्वास था तुझ पर, लेकिन तूने इसे तोड़ा,
अब हर याद में सिर्फ ग़म का एहसास है।
विश्वासघात के बाद कोई रिश्ते नहीं बचते,
दिल में छिपे जख्म कभी नहीं भरते।
तू जो दोस्त था, अब सिर्फ एक अजनबी है,
तेरी वजह से मेरी ज़िंदगी में अब बस एक खालीपन है।
तेरे धोखे से दिल टूट गया,
विश्वास की दीवार अब गिर पड़ी।
जब खुदा ने सच दिखाया,
तो देखा तुझे धोखेबाज, जो कभी मेरा दोस्त था।
निष्कर्ष
दोस्ती एक ऐसा रिश्ता है जिसमें खुशी, ग़म, प्यार और विश्वास सब कुछ साझा किया जाता है। लेकिन जब धोखा और विश्वासघात का सामना होता है, तो दिल में एक गहरी उदासी और दर्द छा जाता है। 110+ Dosti Sad Shayari In Hindi :दोस्ती सैड शायरी हिंदी में के इस संग्रह ने उसी दर्द और अकेलेपन को बयां करने की कोशिश की है, जो हमें अपनी दोस्ती के टूटने या धोखा खाने पर महसूस होता है।
इस शायरी के माध्यम से हम अपने जज़्बातों को बेहतर तरीके से व्यक्त कर सकते हैं और यह समझ सकते हैं कि दोस्ती के रिश्ते में सच्चाई और विश्वास कितने महत्वपूर्ण होते हैं।
उम्मीद है कि इन शायरी से आपको सुकून और राहत मिली होगी, और आप अपने दिल की बात को शब्दों में पिरोकर थोड़ा सुकून पा पाएंगे।